EOS क्या है?
Description
EOS (या EOS.IO) एक ब्लॉकचेन प्लैटफ़ार्म है जो स्मार्ट कांट्रैक्ट्स को सपोर्ट करता है और जिससे विकेंद्रीकृत एप्लिकेशन (Daaps) बनाए जाते हैं।
EOS प्लैटफ़ार्म की इसी नाम की करेंसी है।
EOS के बनाने का इतिहास
EOS प्रोजेक्ट के इतिहास के शुरू होने का साल था 2013, जब प्लैटफ़ार्म के मेन डिवैलपर और कल्ट क्रिप्टो पर्सनालिटी डेनियल लारीमर ने नए DPoS नेटवर्क कन्सेन्सस एल्गॉरिथ्म (Delegated Proof of Stake) का आइडिया दिया था - जो एक डेलीगेटेड स्वामित्व का अधिकार था। उन्होंने शुरुआत में अपने काम से BitShares बनाया था, जो ब्लॉकचेन टेक्नालजी पर आधारित एक पब्लिक ओपन सोर्स रियल टाइम ट्रेडिंग प्लैटफ़ार्म था।
2017 में प्राइवेट स्वामित्व वाली block.one कंपनी (B1) ने क्रांतिकारी EOS प्लैटफ़ार्म के विकास का काम पूरी तरह संभाल लिया। कंपनी को डैन लारीमर सीटीओ के रूप में और ब्रेंडन ब्लूमर सीईओ के रूप में मिलकर चलाते थे।
2017 से 2018 तक B1 ने एक आईसीओ चलाई थी (निवेशकों के बीच प्लैटफ़ार्म के कॉइन्स की शुरुआती बिक्री)। यहाँ यह ध्यान देने की बात है कि प्रोजेक्ट का आईसीओ क्रिप्टो के इतिहास में दर्ज हो गया क्योंकि इसने सबसे ज़्यादा पैसा इखट्ठा कर लिया था - 420 करोड़ डॉलर। इसी समय नेटवर्क के कई टेस्ट वर्शन और EOS.IO प्लैटफ़ार्म का अंतिम काम करने वाला वर्शन भी रिलीज़ हुआ था।
इसके आगे के सालों में प्रोजेक्ट ने काफी विकास किया, इसका साइज़ बढ़ गया, टेक्नालजी बहुत अच्छी हो गई और यह आज के टॉप के ब्लॉकचेन प्लैटफ़ार्म में से एक बन गया। कई लोगों ने इसे Ethereum किलर का नाम भी दिया। किसी दूसरे बड़े पैमाने के प्रोजेक्ट की तरह इस प्लैटफ़ार्म के विकास की प्रक्रिया भी विवादों और इसे बनाने वालों के बीच आपस में विरोध का शिकार रही। इसलिए जनवरी 2021 में डैन लारीमर ने B1 छोड़ दी और EOS प्रोजेक्ट के सोशल हिस्से पर ध्यान देने लगे। अभी भी लारीमर की बनाई दोनों कंपनियों - EOS DAO और B1 के बीच कुछ मैनेजमेंट निर्णयों को लेकर पूंजी और हर्जाने को लेकर कानूनी विवाद चल रहे हैं। B1 ने डेव्लपमेंट पूरी तरह बंद कर दिया है और वर्तमान EOS टोकन दूसरे कामों में इस्तेमाल करती है - जैसे एक्स्चेंज बनाना और EOS से संबंध न रखने वाले नए प्रोडक्ट बनाना।
दूसरी ओर, लारीमर, EOS समुदाय और B1 छोड़कर जाने वाले टॉप डिवैलपर साथ मिलकर इसके एक्सक्लूसिव आइडिया और क्रांतिकारी तरीके को मेनटेन रखने की कोशिश कर रहे हैं (नीचे 'EOS के फायदे' खंड में इस पर और पढ़ें)।
EOS कैसे काम करती है
EOS काम करती है - DPoS के कारण! चलिए अब पता करते हैं यह क्या है ऐसा क्यों है।
DPoS कन्सेन्सस (आम सहमति)के अस्तित्व का आधारभूत नियम है ट्रैंज़ैक्शन्स में ब्लॉक बनाने के अधिकार दूसरों को देना। यह थोड़ा जटिल दिख सकता है पर अब हम यहाँ देखेंगे कि यह अधिकार किसको, क्या और कौन देता है, और ये ब्लॉक क्या हैं:
- DPoS और PoS में क्या अंतर है? एक PoS कन्सेन्सस में जो भी व्यक्ति किसी ऑनलाइन वैलट में कॉइन सेव करता है वह नेटवर्क के काम करने में हिस्सा लेता है। DPoS में नेटवर्क का ऑपरेशन ऐसे वैलीडेटर करते हैं जिनको वोटिंग के बाद बहुमत मिला था, मतलब, उन्हें यह सुनिश्चित करने के अधिकार दे दिए जाते हैं कि नेटवर्क अच्छे से काम करता रहे और ट्रैंज़ैक्शन ठीक से होते रहें।
- यह किस तरह का बहुमत होता है? EOS कॉइन रखने वाले एक DAO (डीसेंट्रलाइज़्ड ऑटोनमस ऑर्गनाइज़ेशन) होते हैं, जो अपने वैलट में कॉइन्स की संख्या के आधार पर उतने ही वोट डालने का अधिकार पाते हैं। इसलिए ये प्लैटफ़ार्म मैनेजमेंट के एक हिस्से के रूप में इन्हें खर्च करते हैं - ये ट्रैंज़ैक्शन करने और 'सबसे कूल' नेटवर्क पार्टिसिपेंट्स' के लिए बढ़िया तरीके से काम करना सुनिश्चित करने का अधिकार देते हैं।
- ये अधिकार आखिर किसको दिए जाते हैं? नेटवर्क के चुने हुए ऐसे सदस्य जो वैलिडेटर बन जाते हैं अपनी 'पोजीशन' सिर्फ वोट के आधार पर नहीं पाते। एक वैलिडेटर (ट्रैंज़ैक्शन ब्लॉक बनाने वाला) का रोल पाने के लिए, वोटर को पहले उनकी उपलब्ध कैपेसिटी से नोड के अच्छे से चलने को सुनिश्चित करने की क्षमता दर्शनी होती है और इस बात की भी पुष्टि करनी होती है कि प्रोजेक्ट समुदाय में उनकी बेदाग और बहुत सम्मानित छवि है।
वोटिंग और अधिकार देने के तरीकों, और सम्मान और EOS समुदाय को किए गए योगदान के आधार पर 'पोजीशन' मिलने के कारण EOS को कई बार 'डिजिटल लोकतंत्र' भी कहा जाता है।
EOS Altcoin
जैसा ऊपर बताया है, इस प्लैटफ़ार्म की क्रिप्टोकरेंसी का नाम भी EOS है। इसे मार्केट में बहुत उतार-चढ़ाव के दौरों में भी इसकी स्थिरता के लिए जाना जाता है। कॉइन को माइन नहीं किया जाता, जो PoS एल्गॉरिथ्म पर काम करने वाले कई Altcoins के लिए लाज़मी है। कुल 105.3 करोड़ टोकन (कॉइन) जारी किए गए हैं, और इनमें से सिर्फ 98 करोड़ प्रचलन में हैं।
फरवरी 2022 के मध्य में इसका मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 234.3 करोड़ डॉलर था। कॉइन के रेट का का सबसे कम स्तर इसकी ट्रेडिंग की शुरुआत में अक्तूबर 2017 में देखा गया था और तब 1 EOS 0.48 डॉलर का मिल रहा था। कॉइन अपने सबसे ऊंचे रेट पर अप्रैल 2018 में पहुंचा था जब इसकी कीमत 22.89 डॉलर हो गई थी।
विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए EOS बहुत अच्छा निवेश विकल्प है क्योंकि आने वाले सालों 2022 - 2025 में इसमें स्थिर रूप से बढ़त का अनुमान है। उदाहरण के लिए, कई सम्मानित प्रकाशन लगभग एक ही सुर में कहते हैं कि कॉइन 2022 के अंत तक डबल रेट में मिलेगा (5 डॉलर), अगले कुछ सालों में अपने अधिकतम रेट पर वापस चला जाएगा और एक दशक में करीब 85-100 डॉलर के बीच मिलेगा।
EOS के फायदे
हम लीक से हटकर कुछ अलग नहीं करेंगे और अपने पाठकों को इस प्रोजेक्ट के बारे में भी कई महत्वपूर्ण तथ्य बताएँगे:
- EOS नेटवर्क पर कोई ट्रैंज़ैक्शन फीस नहीं है। यह सिर्फ यूजर की क्षमताओं का इस्तेमाल करती है। सरल शब्दों में कहें तो यह उपयोग के लिए फ्री नेटवर्क है।
- जैसी हमने ऊपर चर्चा की है, डेलीगेशन कन्सेन्सस ट्रैंज़ैक्शन्स के लिए सबसे अच्छी सिक्योरिटी मेकनिज़्म है।
- EOS में यूजर अपने खुद के विकेंद्रीकृत एप्लिकेशन बना सकते हैं। इसकी मुख्य प्रतिस्पर्धी Ether में ऐसी सुविधा नहीं है।
- फेल / न चलने पर दूसरे मेकनिज़्म या सिस्टम अपडेट 'फ्रीज़' किए जा सकते हैं और नेटवर्क के काम पर असर डाले बिना साथ-साथ रिपेयर किए जा सकते हैं। सिस्टम के इसी लचीलेपन के कारण अन्य प्रतिस्पर्धियों की तुलना में इसकी स्थिरता काफी बढ़ जाती है।
- जब प्रोजेक्ट डिवैलपमेंट में था तब भी इसकी ब्लॉकचेन क्रिप्टो क्षेत्र की बड़ी कंपनियाँ जैसे Bancor, Bitfinex और Everipedia इस्तेमाल कर रही थीं।
- प्रोजेक्ट का DAO एक सबसे लोकप्रिय समुदाय है जिसने खुद को एक ऐसे एकजुट, निष्पक्ष, काम करने वाले समुदाय के रूप में स्थापित कर लिया है जो अच्छे मैनेजमेंट निर्णय लेता है। इसलिए, EOS नेटवर्क फाउंडेशन (एक गैर लाभकारी संस्था) के समुदाय ने 6.7 करोड़ EOS, जो अगले 6-7 सालों में वितरित हो जाते, बाहर जाने से रोककर B1 को पेमेंट्स रोक दीं। डैन लारीमर और DAO ने लंबे समय से B1 पर यह आरोप लगाया है कि वे अपने खुद के डिवैलपमेंट के लिए EOS प्रोजेक्ट के साथ भेदभाव करते हैं। सच तो यह है कि ऐसा ही है, लेकिन यह लेख इस बारे में नहीं है और प्रोजेक्ट अब बहुत अच्छा कर रहा है।
- EOS प्लैटफ़ार्म को वर्तमान के प्लैटफ़ार्म्स और ब्लॉकचेन के एक उन्नत विकल्प के रूप में डिवैलप किया जा रहा है। नेटवर्क पर कई करोड़ ट्रैंज़ैक्शन प्रति सेकंड प्रोसेस किए जा सकेंगे। तुलनात्मक रूप से देखेँ तो Google की स्पीड अब 40,000 ऑपरेशन प्रति सेकंड है, Solana की 50,000 है और मुख्य प्रतिस्पर्धी Ethereum की सिर्फ 15 है!
निष्कर्ष
EOS एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसका इतिहास बड़ा जटिल पर रंगीन रहा है। अनुमानों के अनुसार नेटवर्क का भविष्य बहुत उज्ज्वल है, और इसकी क्रिप्टोकरेंसी अब एक बहुत अच्छा निवेश नज़र आ रहा है।
प्रोजेक्ट और इसके Altcoin EOS दोनों की मार्केट आकर्षकता को देखते हुए EXEX प्लैटफ़ार्म अपने क्लाइंट्स को अच्छी शर्तों पर Atlcoin ट्रेडिंग की सुविधा देता है। हमारे क्लाइंट्स को एक अनोखा रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम दिया जाता है जो आपके डिपॉज़िट को घाटा होकर पूरी तरह से डूब जाने से बचाता है, इसमें ज़्यादा लेवेरेज मिलता है और साथ ही इंडिकेटर सिग्नल दिए जाते हैं ताकि आपको ट्रेडिंग के फैसलों में मदद मिल सके। EXEX में ट्रेडिंग करके सफलता पाएँ! प्लैटफ़ार्म में क्रिप्टोकरेंसी में कैसे ट्रेड करना है इसके बारे में और जानने के लिए आप सिर्फ इसी के लिए खास तौर पर लिखे विषय पर लेख (पढ़ने का समय 10 मिनट तक) को पढ़ सकते हैं।