मेटावर्स: एक ट्रेंड, एक नियमितता, या तकनीक का एक नया आयाम?
Description
मेटावर्स एक असीम 3डी डिजिटल दुनिया है। मेटावर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ गाइड। सुझाव, फायदे और नुकसान।
भारत में बहुत से लोग वैज्ञानिक कथाओं, काल्पनिक दुनिया और वैकल्पिक वास्तविकता जैसे विषयों से आकर्षित होते हैं। हालाँकि, एक वास्तविक वैकल्पिक डिजिटल वास्तविकता, मेटावर्स हमारे ठीक पास है। 20वीं शताब्दी के सबसे मशहूर वैज्ञानिक कथा लेखकों ने एक वास्तविक समानांतर दुनिया का वर्णन किया था।
यहाँ तक कि मेटावर्स की परिभाषा भी पुस्तक की बदौलत ही मिली है। अमरीकी वैज्ञानिक कथा लेखक नील स्टीफेंसन ने 1992 में अपनी पोस्ट-साइबरपंक वैज्ञानिक उपन्यास "स्नो क्रैश" में यह शब्द सुझाया था। यह शब्द आभासी वास्तविकता तकनीक के भविष्य का बहुत सटीक वर्णन था। आईटी क्षेत्र के लोगों और प्रशंसकों को यह शब्द भा गया, और 21 वीं सदी में, इसे अपनाने का एक नया दौर शुरू हो गया। आज यह कहना मुश्किल है कि फंतासी साहित्य से ज़्यादा मेटावर्स के विकास पर और किसका अधिक प्रभाव पड़ा होगा।
मेटावर्स क्या है? यह विशेष उपकरणों और साधनों की मदद से उपयोगकर्ताओं द्वारा नियंत्रित एक सतत सक्रिय डिजिटल दुनिया है, और डेवलपर्स द्वारा निर्मित आसपास की दुनिया को पूर्ण यथार्थता से महसूस करने में मदद करती है। यह विज़ुअल (दृश्य) तकनीक, भौतिक संवेदनाओं और ऐसी चीजों का एक सेट है, जिन्हें आभासी दुनिया में स्थानांतरित किया जाता है और वे वास्तविक जीवन की नकल होते हैं। मेटावर्स जितना अधिक गुणात्मक और वैचारिक होता है, परियोजना को उतना ही बेहतर माना जाता है।
मेटावर्स क्या है? संक्षिप्त इतिहास
मेटावर्स का मतलब हर साल बढ़ रहा है। पहला परीक्षणात्मक कदम असली फुटेज के ऊपर पीले मार्कर से ग्राफिक्स लगाने के साथ शुरू हुआ था। फिर ऑगमेंटेंड (संवर्धित) वास्तविकता तकनीक का उपयोग अन्य क्षेत्रों में होने लगा: खेलों और उत्पादों के प्रदर्शन के लिए बिक्री अनुप्रयोगों आदि में।
मेटावर्स के विकास में एक नया मुकाम, मिश्रित एआर (ऑगमेंटेंड वास्तविकता) और वीआर (वर्चुअल वास्तविकता) हेडसेट के बड़े पैमाने पर उत्पादन की शुरुआत के साथ आया।
2014 में आभासी दुनिया में कई खिलाड़ी एक साथ आए:
- Facebook ने ऑकुलस वीआर (Oculus VR) को खरीदा;
- सोनी और सैमसंग जैसे दिग्गजों ने कहा कि वे अपने स्वयं के वीआर हेडसेट बनाने पर काम कर रहे हैं;
- गूगल ने अपने अनूठे गूगल ग्लास मेटावर्स एआर ग्लासेस जारी किए।
मेटावर्स के विकास में अगली महत्वपूर्ण घटना बेशक फेसबुक से, या जैसा कि इसे अब मेटा कहते हैं, जुड़ी है।
मेटा क्या है? यह जानी-मानी कंपनी फेसबुक का नया नाम है, जिसने सन् 2021 के अक्टूबर महीने में अपनी रीब्रांडिंग और दिशा बदलने की घोषणा की थी।
फेसबुक के संस्थापक मार्क ज़ुकरबर्ग ने घोषणा की कि उनकी कंपनी अब मेटा कहलाएगी। डिज़ाइन के अनुसार नाम में बदलाव, बड़े पैमाने पर नया ऑनलाइन वातावरण विकसित करने के लिए एक चरण था, ताकि मेटावर्स उपयोगकर्ता काम और आपस में संवाद कर सकें और गेम खेल सकें, वर्चुअल रियलिटी हेडसेट की मदद से भी।
ज़ुकरबर्ग के अनुसार, अगले 10 वर्षों में मेटावर्स आभासी वास्तविकता के लगभग एक अरब सदस्य होंगे। लाखों नौकरियाँ, सामग्री बनाने और बिक्री के लिए मंच, बड़े व्यवसायों के प्रतिनिधि कार्यालय आदि होंगे।
अरबपति के बयान का भारत और दुनिया भर में ज़बरदस्त प्रभाव पड़ा और मेटावर्स का विकास कई गुना तेज़ी से होने लगा।
मेटावर्स महत्वपूर्ण क्यों है?
मेटावर्स के अर्थ का मूल्यांकन करना अभी मुश्किल है। यह उद्योग अभी विकास के केवल प्रारंभिक चरण में है, और सभी लाभों की पूरी तरह से गणना करना असंभव है। हालाँकि, स्पष्ट लाभ दिखने लगे हैं:
- यह इंटरनेट के विकास में एक नया चरण है।
सभी ने वर्ल्ड वाइड वेब को एक रेखीय वन-वे वेबसाइट से सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक विकसित मंच और ब्लॉकचेन पर खुद का आर्थिक मॉडल बनाने की संभावना के रूप में बदलते देखा है। इसलिए, यह कल्पना तर्कसंगत है कि मेटावर्स इंटरनेट के विकास का अगला चरण है, वेब3 से, सभी फायदों (जैसे विकेंद्रीकरण, क्रिप्टो अर्थव्यवस्था, खुलापन, बहुक्रियाशीलता आदि) के साथ, एक स्थानिक वर्ल्ड वाइड वेब में बदलाव।
- व्यवसाय के लिए नई दुनिया।
बड़ी संख्या में कंपनियां और व्यवसाय डिजिटल वास्तविकता में निवेश कर रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, सोनी, एनवीडिया, डिस्ने, यूनिटी, शॉपीफाई, रोब्लॉक्स, क्वालकॉम, एपल, सिकोइया कैपिटल, और ब्लैकरॉक। मेटावर्स के विकास में दिलचस्पी लेने वालों का यह एक छोटा सा हिस्सा है। वर्चुअल स्पेस (आभासी दुनिया) का इस्तेमाल ऑनलाइन ऑफिस और बैठकों, व्याख्यान वार्ताओं और मीटिंगों आदि के स्थान के रूप में होने लगा है। इसमें मेटा की नीतियों का काफी योगदान है। कंपनी अपने निजी उदाहरण से यह दिखाती है कि मेटावर्स का उपयोग कैसे किया जा सकता है। इसके अलावा, कोविड -19 महामारी की वजह से लगे प्रतिबंधों के कारण मेटावर्स के उपयोग की गति बहुत प्रभावित हुई है, साथ ही बिज़नेस में इसका उपयोग बहुत बढ़ गया है।
- नई नौकरियाँ
मेटावर्स के लिए काफी लोगों की ज़रूरत होती है। इसके लिए डेवलपर्स, डिज़ाइनरों, परीक्षकों, तकनीशियनों और विपणकों की टीम चाहिए। यह बिलकुल एक नई फैक्ट्री खोलने और उसके साथ हजारों नौकरियाँ पैदा होने की तरह है।
- एक अच्छा निवेश।
मेटावर्स वीआर (वर्चुअल वास्तविकता) का अभी विकास हो रहा है। बहुत से लोग अभी इसकी पूरी संभावना को नहीं समझते हैं और यह भी कि निकट भविष्य में इस तकनीक के साथ और क्या किया जा सकता है। अगर इसे विकसित करने में कुछ साल लगे तो क्या होगा? शायद 2030 तक, हमें यथासंभव वैकल्पिक और उपयुक्त, पूरी तरह से एक नई आभासी वास्तविकता देखने को मिलेगी। इसलिए विकास के प्रारंभिक चरण में, मेटावर्स को एक अच्छे निवेश के तौर पर माना जा सकता है।
- कानूनी सहायता।
आभासी वास्तविकता में पारस्परिक, संपत्ति से जुड़े और व्यावसायिक संबंधों को विनियमित करने के लिए कानूनी और विनियामक एसेट (संपत्तियों) का सेट बनाने के लिए मेटावर्स एक अच्छा प्रोत्साहन हो सकता है। भारत के लिए यह बिल्कुल नया न्यायशास्त्र है, जो हमारी आंखों के सामने रचा जा रहा है।
मेटावर्स कैसे काम करता है?
मेटावर्स अब भी निर्माणाधीन अवस्था में है, इसलिए आभासी दुनिया रचने का कोई एक तरीका नहीं है और न ही ऐसा कोई मानक है कि यह कैसे काम करेगा। मेटा का उपयोग आसान है, लेकिन आप उसकी सभी संभावनाओं का लाभ कैसे उठाएँगे? वर्तमान में, मेटावर्स वीआर एक डिजिटल परितंत्र है जिसे आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) से बनाया गया है। अब तक, केवल एक रेखीय आभासी वास्तविकता की अवधारणा को लागू किया गया है, जिसमें एक डेवलपर कंपनी अपने मेटावर्स की पेशकश करती है। भविष्य में, विभिन्न आभासी वास्तविकताओं की अनुकूलता, डेटा पोर्टेबिलिटी/प्रबंधन और उपयोगकर्ता इंटरफेस इस बात पर निर्भर करेंगे कि मेटावर्स आभासी वास्तविकता कैसे विकसित होती है।
मेटावर्स के काम करने के लिए, दो क्षेत्रों का विकास महत्वपूर्ण है: वीआर और एआर। इनका मतलब है आभासी वास्तविकता और संवर्धित वास्तविकता। आभासी वास्तविकता नेटवर्क में होने वाली किसी भी घटना में पूरी भागीदारी के प्रावधान के साथ त्रि-आयामी दुनिया है। वास्तविकता को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त उपकरणों का उपयोग किया जाता है: जैसे विशेष चश्मे, दस्ताने, वास्केट और यहाँ तक कि सूट भी, जो मेटावर्स वीआर में स्पर्श संवेदनाओं को व्यक्त करने में मददगार होते हैं।
संवर्धित वास्तविकता का मतलब है वास्तविक दुनिया में एक अतिरिक्त दृश्य परत का सुपरइम्पोजिशन। गेम की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए अक्सर मेटावर्स गेमिंग में इसका उपयोग होता है।
मेटावर्स तक पहुँच कैसे होती है?
आभासी वास्तविकता में पहुँचने का कोई एक तरीका नहीं है। आप कोई एक ऐप डाउनलोड नहीं कर सकते, जो काफी हो। पूरी तरह से जुड़ने के लिए अभी कुछ चीज़ों का होना ज़रूरी हैं:
• ओकुलस क्वेस्ट 2 खरीदिए।
यह चश्मे के रूप में एक विशेष हेडसेट है, जो मेटावर्स में दृश्य देखने में मदद करता है। हेडसेट काफी महंगा है, लेकिन अब तक, आभासी दुनिया के आनंद का अनुभव करने के लिए आम तौर पर उपलब्ध यह एकमात्र संभावित साधन है।
• मेटावर्स गेम या ऐप इंस्टॉल करें।
कई मायनों में आज आभासी दुनिया एक ब्रांड है। और हर ब्रांड में प्रवेश करने के लिए एक अलग तरीके का उपयोग होता है। मेटावर्स से कैसे जुड़ें? आप एक ऐसा ऐप या गेम इंस्टॉल कीजिए जिसका वर्चुअल दुनिया में विस्तार हो।
• स्थिर इंटरनेट।
क्योंकि पूरी मेटावर्स दुनिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, आपका क्वेस्ट 2 हेडसेट पूरे समय स्थिर वाई-फाई इंटरनेट स्रोत से जुड़ा होना ज़रूरी है।
मेटावर्स तकनीक
अपना मेटावर्स बनाने जैसे जटिल और बहुमुखी विषय के लिए भारत और दुनिया भर में नवीनतम और सबसे प्रासंगिक तकनीकी समाधानों की ज़रूरत होती है। अक्सर विकास कंपनियाँ ये तकनीक चुनती हैं:
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) - सॉफ्टवेयर और मशीन बनाने की तकनीक जो मानव बुद्धि का अनुकरण कर सकती है।
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) - मानव भागीदारी के बिना वायरलेस नेटवर्क पर डेटा जमा करने और आगे संचारित करने के लिए परस्पर जुड़े कंप्यूटिंग उपकरणों का सिस्टम।
- विस्तारित वास्तविकता (XR), जिसमें आभासी वास्तविकता (VR), संवर्धित वास्तविकता (AR), और मिश्रित वास्तविकता (MR) शामिल हैं।
- ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) - एक प्रकार का न्यूरोकंप्यूटर इंटरफेस, जिसमें सूचनाओं का आदान-प्रदान सीधे मस्तिष्क के स्तर पर होता है।
- 3डी मॉडलिंग और पुनर्निर्माण - मेटावर्स में स्पेस की त्रि-आयामी कल्पना।
- हैप्टिक तकनीक - आभासी वास्तविकता के उपयोग के दौरान भौतिक संवेदनाओं के आभास के लिए विशेष उपकरण और साधन।
- एज कंप्यूटिंग - यह एक वितरित सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) आर्किटेक्चर है, जिसमें क्लाइंट के डेटा को नेटवर्क के एज पर, स्रोत के यथासंभव करीब संसाधित किया जाता है।
- आभासी दुनिया के भीतर ब्लॉकचेन और वित्तीय और आर्थिक संबंधों का टोकनीकरण।
आज उपयोग किया जाने वाला मेटावर्स क्या है?
मेटावर्स का विषय अभी काफी हद तक अज्ञात स्पेस की रोमांचक भावना से भरपूर है। हालाँकि, आभासी वास्तविकता के उपयोग का एक व्यावहारिक हिस्सा भी है। भारत में अधिकतर मामलों में, मेटावर्स का उपयोग खेलों और काम में सबसे यथार्थवादी अनुभव पैदा करने के लिए किया जाता है।
वीआर तकनीक की बदौलत, गेम्स बहुत व्यापक हो गए हैं, जो गेम की थीम को यथासंभव असली ढंग से व्यक्त करते हैं और आपको पूरी तरह से उस गेम की दुनिया में पहुँचा देते हैं। मेटावर्स रैंकिंग में 2023 में सबसे लोकप्रिय खेल हैं डीसेंट्रालैंड, द सैंडबॉक्स, एक्सी इन्फिनिटी, रोबॉक्स आदि।
महामारी के दौरान दूर बैठकर काम करने की विश्वव्यापी प्रवृत्ति और सभी व्यावसायिक प्रक्रियाओं के सामान्य डिजिटलीकरण के कारण कार्यस्थल पर आभासी दुनिया का उपयोग बहुत लोकप्रिय हो गया है। इस मामले में, मेटावर्स का उपयोग कंपनियों द्वारा ब्रीफिंग, बिजनेस मीटिंग्स, मीटिंग्स और कॉरपोरेट इवेंट्स आदि के लिए किया जाता है, जिसमें एक कर्मचारी किसी तरह के क्षेत्रीय कनेक्शन के बिना, अपने अवतार के रूप में शामिल हो सकता है, और शारीरिक संपर्क की कोई ज़रूरत नहीं होती।
साथ ही, व्यापक पैमाने पर मेटावर्स का प्रयोग मेटा द्वारा किया जा रहा है, जो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत सभी क्षेत्रों को मिलाकर इसका बाजार पूंजीकरण 452 अरब डॉलर है।
मेटा का सबसे मशहूर वर्चुअल प्रोजेक्ट होराइजन वर्ल्ड्स (रैखिक उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स के लिए उपयुक्त) है।
लोकप्रिय खेलों के मशहूर निर्माता, एपिक गेम्स मेटावर्स में निवेश करने वाले प्रमुख निवेशकों में से हैं। 2021 में, सोनी ग्रुप कॉर्प के साथ मिलकर, कंपनी ने विकास पर 100 करोड़ से अधिक डॉलर खर्च किए हैं।
माइक्रोसॉफ्ट और और इसका सबसे लोकप्रिय उत्पाद, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स। यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन का प्रोजेक्ट है, जो स्लैक और ज़ूम के लिए एक गंभीर प्रतियोगी है।
संपूर्ण मेटावर्स कब आएगा?
बेशक, मेटावर्स की संभावनाएं अभूतपूर्व हैं। कई लोगों के लिए, सबसे यथार्थवादी आभासी दुनिया का निर्माण, उनके जीवन भर का विचार और खोजों की वजह बन गया है। हालाँकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि मेटावर्स काम, संवाद, व्यापार, डेटा सहजने आदि के लिए एक पूर्ण और सुलभ स्थान बन गया है। विकास अभी जारी है, और कई अनसुलझी समस्याएं अब भी आभासी दुनिया और उस तक पहुंचने के विचार के प्रसार को रोकती हैं। इसमें एक समस्या है औसत उपयोगकर्ता के लिए हार्डवेयर का पहुँच से बाहर होना। अगर बड़े, विशाल स्तर पर आभासी वास्तविकता के उपकरणों का उत्पादन सहज ढंग से हो पाए, तो मेटावर्स को नए स्तर पर अपनाने का चरण आ जाएगा।
डेवलपर्स के लिए एक और चुनौती है हैप्टिक अनुभव को अधिकतम बढ़ाना। अभी कई विकास किए जा चुके हैं: स्पर्श, दृष्टि और श्रवण के लिए उपकरण, और यहाँ तक कि दर्द की संवेदनाओं को प्रसारित करने के लिए भी उपकरण हैं। ये और संबंधित उपकरण जितने अधिक उपलब्ध होंगे, मेटावर्स का युग उतनी ही तेजी से आएगा।
मेटावर्स भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा?
मेटावर्स अभी सर्वव्यापी नहीं है। बहु-स्वीकृत वर्चुअल स्पेस के विकास का काम अभी जारी है। हालांकि, पूर्ण निश्चितता के साथ यह कहना संभव है कि मेटावर्स मानवता के भविष्य को प्रभावित करता है, और बहुत मज़बूती से प्रभावित करता है।
जरा इसे देखिए: मेटावर्स ने आभासी दुनिया की व्यावहारिक संभावनाओं का प्रदर्शन किया है। आज यह केवल साहसी गेमर्स के लिए एक खेल नहीं है, यह काम करने, मिलने, सामान बेचने और व्यवसाय करने की जगह भी है। आय का एक अतिरिक्त स्रोत भी है, जो किसी व्यक्ति के भौतिक मौजूदगी पर निर्भर नहीं करता है।
मेटावर्स ने सॉफ्टवेयर के विकास की दिशा को आकार दिया है, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और संवर्धित वास्तविकता (एक्सआर) को विकसित करने के लिए एक बहु-ट्रिगर बन गया।
इसके अलावा, मेटावर्स आज हजारों नई नौकरियां, नए पेशे और कई विशिष्टताओं का प्रोफेशनल पुनर्विन्यास भी है। आर्थिक अस्थिरता के समय में, यह एक अच्छी मदद है।
मेटावर्स फायदे और नुकसान, चुनौतियाँ
मेटावर्स के कई स्पष्ट फायदे हैं। बेशक, सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण है तकनीकी क्रांति और रोज़मर्रा की जिंदगी में आभासी वास्तविकता के उपयोग पर पुनर्विचार। एक वास्तविक उद्योग का निर्माण हुआ है, जिसमें बड़ी संख्या में डेवलपर्स, उपकरण निर्माता और नई तकनीकी क्षमताओं का उन्नत परीक्षण शामिल है। हर दिन हजारों लोग विकास प्रक्रिया में शामिल होते हैं। और लाखों लोग मेटावर्स की संभावनाओं को समझते हैं और अपने दैनिक जीवन में आभासी दुनिया का उपयोग करना शुरू करते हैं।
हालाँकि, एक बिलकुल नया खंड बनने की प्रक्रिया में, मेटावर्स से जुड़े कई विवादास्पद मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं। ये वास्तविक नुकसान हैं जिनकी वजह से बड़े पैमाने पर इसका उपयोग अब भी रुका हुआ है।
उदाहरण के लिए, मेटावर्स के मामले में एक बड़ी समस्या उपयोगकर्ता की गोपनीयता और ऑनलाइन डेटा सुरक्षा नियमों का गलत इस्तेमाल है। साथ ही उपयोगकर्ताओं के बारे में जानकारी का तकलीफ़देह संग्रह।
नए नियम बनाने की ज़रूरत थी, जो मेटावर्स के भीतर भौतिक और पारस्परिक संबंधों को विनियमित करें।
एक और समस्या जो समय-समय पर प्रतिभागियों और डेवलपर्स के बीच पैदा होती है, वह है कॉपीराइट और विशेष डिजिटल ब्रह्मांड में तैयार की गई सामग्री की सुरक्षा।
और अंतिम क्षेत्र जिसे तत्काल विनियमित करने और उसका एक ढांचा तैयार करने की ज़रूरत है, वह है सेंसरशिप। मेटावर्स में क्या बनाया जा सकता है, और किन चीज़ों को पोस्ट करने की अनुमति नहीं है? मार्गदर्शन के लिए लेखकों के पास एक निश्चित नैतिक और कानूनी ढांचा होना चाहिए।
निष्कर्ष
मेटावर्स में आप कोई भी चीज़ ले जा सकते हैं। मनुष्य अभी आभासी वास्तविकता की संभावनाओं का परीक्षण करना शुरू कर रहा है: प्रोफेशनल और घरेलू दोनों क्षेत्रों में। लेकिन यह संभावनाओं का केवल एक हिस्सा है। भविष्य में, मेटावर्स में कई प्रक्रियाएँ प्रस्तुत करने की संभावना है। इसकी तुलना किसी भी अन्य ग्रह की खोज से की जा सकती है।
एक समय आएगा जब भारत में हर कोई मेटावर्स के लिए साइन अप कर पाएगा, नहीं तो वे डिजिटल लाभ से वंचित रह जाएँगे।